मेरा श्याम धनि है प्यारा,
हारे का है ये सहारा,
खाटू में दरबार लगा फूलो से सजता इसका,
लागे श्याम बड़ा ही प्यारा हारे का है ये सहारा,
मेरा श्याम धणी है प्यारा ......
शीश का दानी ये वीर बड़ा,
तीन बाण तरकश में सदा,
ते तो मोर अभिनन्द प्यारा,हारे का है ये सहारा,
मेरा श्याम धणी है प्यारा ........
नीले चढ़ कर आये सदा,
हर मुश्किल में साथ खड़ा,
लाके मोरछड़ी का झाड़ा,हारे का है ये सहारा,
मेरा श्याम धणी है प्यारा .......
जब भी मुश्किल आई है याहा
हाथ पकड़ मेरे साथ चला,
कैसे भूलू मैं तेरे द्वारा,हारे का है ये सहारा,
मेरा श्याम धणी है प्यारा ...........