याद आई मेरे श्याम तेरी जो हम निकले दर छोड़ के,
आगे की श्याम समबालो तेरे दर पे दीवाने आ गये,
खाटू की नगरिया में हो रही जय जय कार है,
भगति से भरे सारे करे इंतज़ार ही,
नाचे सारे दरबार में श्याम तेरी मनुहार में,
याद आई मेरे श्याम तेरी..
हाथो में निशान लेके आया दरबार में,
फूलो वाली माला लाया मेरे सर्कार मैं,
करले कर ले हर बार रे मेरी विनती स्वीकार रे,
याद आई मेरे श्याम तेरी.....
माया तेरी श्याम कोई समज न पाया,
किसी को हसाया श्याम किसी को रुलाया,
सुन ले सुन ले दातार रे हम आये तेरे द्वार रे,
याद आई मेरे श्याम तेरी