छम छम नाचती गाती आये थारे दरबार,
था पर वारी वारि जाऊ जय हो खाटू श्याम,
दर्शन देवो नि सरकार,
एहो शीश का दानी बाबा दूजा ना कोई,
बाबा तेरे नाम की मैं दीवानी होइ,
मैं तो बाबा थारी भिखारन हे बाबा दातार,
दर्शन देवो नि सरकार,
नीले री असवारी थारी ध्वजा हाथ में भारी,
मैं खाटू रे श्याम पल जाऊ सा बलिहारी,
बाबा थारे दर्शन खातिर भीड़ पड़े भरमार,
दर्शन देवो नि सरकार,
बाबा थारे दर्शन खातिर सोनियां खाटू आये,
शयाम जी थारी किरपा सु मन ईशा फल पाये,
सागर थारे द्वारे आवे सुन जोगी री पुकार,
दर्शन देवो नि सरकार,