तेरी ही ममता की आंचल में पला हु,
तेरे ही रहमो कर्म से जिन्दा हु
मेरी माँ ओ मेरी माँ,
तेरे एहसानो तले तो मैं दबा हु तेरे ही रहमो कर्म से जिन्दा हु,
मेरी माँ ओ मेरी माँ,
तेरी ऊँगली पकड़ कर सीखा है मैंने चलना,
तेरी आँखों से मैंने देखा है मैंने ये जहान,
तू ही धर्म मेरा तू ही कर्म मेरा तू ही मेरा जीना मरणा,
तेरी सेवा में जीवन मेरा बीते अब यही है मुझको करना,
मेरी ये सांसे तुम्हारी अमानत है मेरा ये जीवन है तेरा,
मैं ना चाहु दौलत न चाहु शोरत माँ तू ही तो सब कुछ है मेरा,
मेरी माँ ओ मेरी माँ,
मैंने देखा नहीं है कैसे होते है भगवान्,
मैं तो बस जानता हु तुम से है मेरी पहचान,
तू ही मेरा कृष्णा तू ही मेरी राधा तू ही मेरी गंगा मइया,
तेरे ही हाथो में मेरी ये नैया है तू ही है मेरी खवइयाँ,
फिर से तेरी गॉड में सोना चाहु मैं फिर से वो लोरी सुना दे,
बचपन की वो यादे कैसे भुलाऊ माँ फिर से वो यादे जगा दे,
मेरी माँ ओ मेरी माँ,