लाल चुनरिया घोटे वाली लाये तेरे लाल जी,
ओढ़ो ओढ़ो महासर मइयाँ लाये तेरे लाल जी,
हीरे मोती जड़े है मइयाँ घोटे किनारे वाली माँ,
चम चम चमके तेरी चुनरियाँ जैसे चाँद सितारे माँ,
तेरी चुनर की छाव में मइयाँ बीते दिन और रात जी,
ओढ़ो ओढ़ो महासर मइयाँ लाये तेरे लाल जी,
ओढ़ चनारियाँ महासर मइया लगती प्यारी प्यारी है,
ऐसा रूप लगे माँ देव लोक बलिहारी है,
नजर लगे न महासर माँ को नजर उतारो मइयाँ की,
ओढ़ो ओढ़ो महासर मइयाँ लाये तेरे लाल जी,
प्रीत के रंग में रंगी चुनरियाँ प्रेम से तुम्हे उड़ाते है,
कर सोला शृंगार तू माँ का इतर तुम्हे लगाते है,
राही है माँ तेरा दीवाना कल की बात सुनाएगी,
ओढ़ो ओढ़ो महासर मइयाँ लाये तेरे लाल जी,