गम से क्यों गबराता है,
तेरे बदलेगे हालत,
तेरे साई है तेरे साथ दीवाने,
देख समाधि मंदिर जा के साई नाथ का ध्यान लगा के,
कोई बोले सांचा साई कोई काहे साई नाथ,
तेरे साई है तेरे साथ दीवाने,
हां से हिन्दू मा से मुस्लिम सारा जग ये जाने है,
जिसने गुरु की सेवा करली इनको वही पहचाने है,
मुक्ति से भगवान मिलेगा ये है सची बात,
तेरे साई है तेरे साथ दीवाने,
साईं से तुझको हयात मिले गी हमसर ये फरमाता है,
मन से साईं सिमरन करले साईं पिता और माता है,
सब धर्मो का इक कर्म है सुबहा कहो या रात,
तेरे साई है तेरे साथ दीवाने,