ज़िंदगी मेरी युही गुजर गई,
बिन तेरे साई बिन तेरे साई
पापी था ये मन पापी ये जीवन,
बुरी संगत थी भटका था यौवन,
बस उमेरियाँ मेरी यु ही बीती यु ही बीती,
ज़िंदगी मेरी युही गुजर गई
मन भटक ता था सांसे रूकती थी,
याद में तेरी आँखे रोटी थी
सारी दुनिया से हारा मैंने तेरी भक्ति मैंने की,
ज़िंदगी मेरी युही गुजर गई
रखलो शिरडी में दास तेरा हु,
शिरडी वाले मैं दास तेरा हु,
मेरी किस्मत जगा दे मालो माला से भरदी,
ज़िंदगी मेरी युही गुजर गई