कीर्तन की है रात श्याम जी आ जाओ,
भगता लगाई आस श्याम जी आ जाओ,
कीर्तन की है रात श्याम जी आ जाओ,
तू है संसार का मालिक तेरे जैसा और न दूजा,
तेरे दर्शन पाने की खातिर तेरी करते है रोज पूजा,
मोहे देने दर्श दीदार संवारे आ जाओ,
कीर्तन की है रात श्याम जी आ जाओ,
तेरा अजब अनोखा द्वारा यहाँ झुकता है जग सारा,
मैंने देखा खाटू में मेले का अजब नजारा,
म्हारे मंडे की सुन के पुकार संवारे आ जाओ,
कीर्तन की है रात श्याम जी आ जाओ,
माँ एहलेया वती का प्यारा भगतो को तेरा सहारा,
नीले पे दोडा आये भक्तो ने जब भी पुकारा,
लक्की करे गुण गान तेरी मर्जी से ही,
कीर्तन की है रात श्याम जी आ जाओ,