बार बार मिल के बतलावा म्हारे मनडे री या बात
थारे रे का चिंता काई जग थारो सिरपे हाथ
जन्मो का यो नाता है ये बाबा जन्म जन्म को साथ
थारे रे का चिंता काई जग थारो सिरपे हाथ
टाबर में नादान भगती में के जाना
कइयाँ रीजे श्याम म्हारो में अनजाना
मैं तो बस इतना जाना मेरे सागे बाबो श्याम
थारे रे का चिंता काई जग थारो सिरपे हाथ
मेजा धारी श्याम साकी हे सख्लाई
जो भी अर्ज करा बाबा हॉवे सुनवाई
चरण चाकर दे डाली जो म्हाने तू दिन रात ,
थारे रे का चिंता काई जग थारो सिरपे हाथ
मन के बाता रखदी श्याम थारे आगे
संजय क्यों गबरावे श्याम म्हारे आगे
बेटा कह कर दे देयो म्हाने इतनी सी सोगत
थारे रे का चिंता काई जग थारो सिरपे हाथ