होश संभाला जबसे मैं तेरा नाम पुकारूँ
रोज़ रुबाह उठकर पहले तेरी तस्वीर निहारूं
कैसे रहूं तेरे दीदार के बिना
जी लूंगा मैं संसार की बिना .......
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना
जी लूंगा मैं संसार की बिना .......
भोला हूँ पर इतना भी नादर नहीं हूँ कन्हैया
मुझे पता है बिन मांझी के कौन चलाता नैया
नैया चले न पतवार के बिना
जी लूंगा मैं संसार की बिना .......
गिरने से पहले मेरे हाथों को तुमने थमा
इज़्ज़त की नज़रों से सोनू देखे मुझको ज़माना
ये होता ना तेरे उपकार के बिना
जी लूंगा मैं संसार की बिना .......