दीवाना साईं का मस्तना साईं का,
बन जायेगा जो दिल की मुरादी सभी पूरी करेगा वो,
लाख सितम चाहए कोई कर ले मैं तो साईं को चाहू गा,
रोक सके तो रोक ले कोई बाबा के दर जाऊ गा,
दीवाना साईं का मस्तना साईं का.......
सोते जग ते चलते फिरते बाबा को याद करता हु,
नाम साईं का ले कर दिन रात मैं माला जपता हु,
दीवाना साईं का मस्तना साईं का.....
सुनलो ए यारो इ गम के मारो साईं को तुम याद करो,
दर पे बाबा के आकर तुम खुशियों से झोली को भरो,
दीवाना साईं का मस्तना साईं का......