लेना की भला असि दर दर फिरके,
जग दे रिश्तेया ते नातेया च घिरके,
लाया नहीं जींदडी नु माया वाला रोग माँ,
तेरे ही सहारे असि लूटी जाइये मौज माँ,
फ़िक्र न फाका कोई मस्ती च रेह्न्दे आ,
हॉवे जो भी लोड माये तेथो मंग लेने आ,
मेहरा बरसाई जावे तुवि रोज रोज माँ,
तेरे ही सहारे असि लूटी जाइये मौज माँ,
ओवे असि नाची जाइये जीवे तू नचावे माँ,
मर्जी है तेरी तू हसावे या रोवावे माँ,
साडी की औकात असि कारिये विरोध माँ,
तेरे ही सहारे असि लूटी जाइये मौज माँ,
रही तू ध्याल सदा इहो मेरी विनती,
हॉवे तेरे सेवका च दास दी भी गिनती
पुजदा रहे तेरे चरण सरोज माँ,
तेरे ही सहारे असि लूटी जाइये मौज माँ,