बाबा तुम को प्रणाम करते है,
बस यही इक काम हां काम करते है,
बाबा तुम को प्रणाम करते है,
ये फ़साना तो सुन जी गरीब का,
फेंसला तो कर दो मेरे नसीब का,
हम व्यानो को आम आम करते है,
बाबा तुम को प्रणाम करते है,
मेरे कर्मो की उलझी ये गाँठ है,
इसको सुलझाना बाबा के हाथ है,
तेरे साये में श्याम हां शाम करते है,
बाबा तुम को प्रणाम करते है,
ये करिश्मा है मेरे हबीब का,
मेरा रिश्ता है उनसे करीब का,
मीनते हम तमाम तमाम करते है,
बाबा तुम को प्रणाम करते है,
कर दो रहमो कर्म हम गुनहगार है,
तेरे दीदार के हम तलब दार है,
बाबा भगतो का काम हां काम करते हैं,
भोला निष् दिन आराम आराम करते हैं,
बाबा तुम को प्रणाम करते है,