जो माँ के द्वारे आया उसे हर ख़ुशी मिली है,
सुने से गुलसिता में हर इक कलि खिली है,
जो माँ के द्वारे आया उसे हर ख़ुशी मिली है,
तेरे धाम जो भी आया दिया तूने अपना साया,
तेरी महिमा से ओ माता सुख सारा उस ने पाया,
रहमत माँ तेरे जैसी किस को कहा मिली है,
जो माँ के द्वारे आया उसे हर ख़ुशी मिली है,
माता रानी दया करदे सब मुरादे पूरी करदे,
तेरी जय कार जो भी करते है उनके भंडारे पल में भरते है,
तू दया की सागर है माँ मेरी हो जाए मुझपर भी किरपा तेरी,
बिना मांगे ही सब कुछ देती है जब पर मैया रहमत तेरी होती है,
जय अम्बे जय अम्बे