जो देखे सपने हो गये पुरे ,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,
ख़ुशी का आज नहीं है ठिकाना के जैसे कोई जादू दिलो पे छाया जी,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,
वेश फकीरो वाला बनाया जग दाता ने खेल रचाया,
के अजब अनोखी बाबा की माया जी,
ख़ुशी का आज नहीं है ठिकाना के जैसे कोई जादू दिलो पे छाया जी,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,
झूमो नाचो खुशिया मनाओ,
सरे जय जय साई गाओ,
के सूंदर साई जी का दर्श पाया जी ,
ख़ुशी का आज नहीं है ठिकाना के जैसे कोई जादू दिलो पे छाया जी,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,
शाम सवेरे दिन और रैना साई बिना अब ना ही चैना,
के ऐसा हम सब के दिल को भाया जी,
ख़ुशी का आज नहीं है ठिकाना के जैसे कोई जादू दिलो पे छाया जी,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,
संग बत्रा के साई मना लो जो भी चाहो वो फल पा लो,
ये संग अपने खुशिया हजारो लाया जी,
ख़ुशी का आज नहीं है ठिकाना के जैसे कोई जादू दिलो पे छाया जी,
लो शिरडी वाला घर में हमारे आया जी,