सारे जग में डंका बाजे केवल एक ही नाम का,
जय जय श्री श्याम का जय जय श्री श्याम का,
यूँ ही नहीं दीवाना जग है प्यारे तेरे नाम का.
जय जय श्री श्याम का जय जय श्री श्याम का......
सारे जग में ना देखा कही दरबार ऐसा,
ज़मीं से आसमां तक नहीं दातार ऐसा,
बिना मांगे ही भरता यहाँ भक्तों की झोली,
यहाँ लाखों की इसने बंद तक़दीरें खोली,
भाग्य भी इसके करे पालना इसके परिणाम का,
जय जय श्री श्याम का जय जय श्री श्याम का.......
जग से उम्मीदें छोडो श्याम का द्वार देखो,
करके विश्वास आओ फिर चमत्कार देखो,
होगा सच्चा समर्पण तो सब कुछ वार देगा,
करेगा फिकर तुम्हारी पिता सा प्यार देगा,
ऐसा पिता करता है चिंता बच्चों के आराम का,
जय जय श्री श्याम का जय जय श्री श्याम का......
तुम्हारे नाम से दुनिया आबाद मेरी,
तुम्हारे श्री चरणों में यही फरियाद मेरी,
कहीं पर रहूं प्रभु मैं कहीं पर मैं जाऊं,
रहूं किसी हाल में तुम्हारा नाम गाऊं,
जन्म जन्म विक्की रजनी गुणगान करें तेरे नाम का,
जय जय श्री श्याम का जय जय श्री श्याम का.....