मेरी जिंगदी सँवारी मुझे खाटू बुला के,
खुशिया जहां की देदी चरणों में बिठा के,
हारे का साहरा है श्याम हमारा है,
तेरे सिवा दुनिया में कोई न हमारा है
मेरे दिल ये अर्ज है कभी दूर तुम न जाना,
तेरे ही सहारे अब जिंगदी बिताना,
श्याम तेरे चरणों में मेरा ठिकाना है,
हारे का साहरा है श्याम हमारा है,
चरणों में श्याम के आओ जीवन को सफल बनाओ,
जन्नत इसी शरण में बस दिल से तुम रिजाओ,
श्याम प्रेमी का रंग सारे जग में है,
हारे का साहरा है श्याम हमारा है,