तेरी बांसुरी पे कान्हा नाचे सारा ज़माना,
जिसे नाचना ना आये वो भी करे न बाहना,
कही नाचे राधा रानी कही मीरा दीवानी,
नाचा सारा नन्द गांव नाचे यमुना का पानी,
तेरी बांसुरी के सब है गुलाम कृष्णा,
ता ता थइयाँ कराये सुबहो शाम कृष्णा,
चंदा सूरज और सितारे नाचे लग्न मग्न मन सारे,
धरती झूम रही युग युग से धुन पे बंसी की ओ प्यारे,
तू नाचाये तेरी बंसी का हो नाम कृष्णा,
ता ता थइयाँ कराये सुबहो शाम कृष्णा,
जिस ने सुन ले धुन बंसी की,
वो न परवाह करे किसी की,
चख ले जो अमृत मीठा उसको दुनिया लागे फीकी,
करे मेनका भी बंसी को परनाम कृष्णा,
ता ता थइयाँ कराये सुबहो शाम कृष्णा,