सुबह को मेरी आँख खुले तो शाम समने आ जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,
हर दिल की हर धड़कन बोले जय जय खाटू श्याम की,
जिस में तेरी सूरत न हो वो आंखे किस काम की,
खाटू की मिटी का बाबा मुझको तिलक लगा जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,
खाव्बो में ख्यालो में जब श्याम संवारा रहता है,
कटरा कटरा सांसो का अब श्याम श्याम ही कहता है ,
शाम की खुसबू से मेरे आंगन को मेहका जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,