हारे के तुम साथी कहलाते बाबा श्याम
खाटू में जाकर देखो बनते बिगड़े हर काम
हारे हुओं को बाबा देते सहारा
टूटी हुई कश्तियों को मिलता किनारा
श्याम नाम के सहारे मैं करता हूँ आराम
हारे के तुम साथी कहलाते बाबा श्याम
कर विश्वास सारी दुनिया है आई
जिसने भी लिया नाम विपदा ना पाई
कैसे भूलूँ कान्हा जो तुमने किये उपकार
हारे के तुम साथी कहलाते बाबा श्याम
तेरे नाम से ही हमको मिली पहचान है
तेरे भरोसे चलता मेरा ये परिवार है
जय की तो सुन लेता बाबा ये करूँ पुकार
हारे के तुम साथी कहलाते बाबा श्याम