आ जाओ मेरे श्याम तेरी याद सताती है,
साँसों से खींच खींच कर मेरी जान जाती है ,
आ जाओ मेरे श्याम तेरी याद सताती है,
कैसे कहु मैं सांवरिया क्या तेरा मेरा नाता है,
जब जब जग से हारु मैं तू आकर साथ निभाता है ,
तेरे बिन न चले अब ये जीवन ये सांसे तुझको अर्पण,
आ जाओ मेरे श्याम तेरी याद सताती है,
दिल से तेरी पूजा की तुम्हको अपना रब माना,
जैसा भी है संवारियाँ आकर के हमको अपनाना,
तेरी राहो में नैन दिखाए हम बैठे है आस लगाए,
आ जाओ मेरे श्याम तेरी याद सताती है,