किस्मत खुलती है मेरे बाबा के दरबार
सबकी अर्ज़ियाँ सुनते हैं मेरे सांवरिया सरकार
बिगड़ी बनती है मेरे बाबा के दरबार
सबकी झोलियाँ भरते हैं मेरे बाबा लखदातार
जब जब तुझपे विपदा आये बाबा तुझे बचाये
फँसी भंवर में हो तेरी नैय्या बाबा पार लगाए
मुरादें मिलती हैं मेरे बाबा के दरबार
सबकी अर्ज़ियाँ सुनते हैं मेरे सांवरिया सरकार
हार गई मैं जब दुनिया से बाबा बने सहारा
उजाड़ चुकी जीवन की बगिया बाबा ने ही संवारा
तक़दीर बदलती है मेरे बाबा के दरबार
सबकी अर्ज़ियाँ सुनते हैं मेरे सांवरिया सरकार
बिन मांगे ही बाबा तुझको भर भर देते जाते
ठुकराता है जब भी ज़माना बाबा हाथ बढ़ाते
जीवन ये संभालता है मेरे बाबा के दरबार
सबकी अर्ज़ियाँ सुनते हैं
मेरे सांवरिया सरकार