आएगा आएगा आएगा आएगा
आएगा खाटू वाला आएगा
आएगा आएगा आएगा आएगा
नरसी ने सोचो प्यारों थी कौनसी की भक्ति
कुछ गीत प्यार के थे और भावना थी सच्ची
सब कुछ ही खो दिया पर विश्वास खो ना पाया
जब भी पड़ी जरुरत यही गीत उसने गाया
आएगा आएगा आएगा आएगा
आएगा खाटू वाला आएगा
आएगा आएगा आएगा आएगा
मीरा को सारे जग ने कितना रुलाया कोसा
आएगा मेरा गिरधर उसको था ये भरोसा
जब द्रौपदी ने खुद को बेबस सभा में पाया
खुद को किया समर्पण यही गीत उसने गाया
आएगा आएगा आएगा आएगा
आएगा खाटू वाला आएगा
आएगा आएगा आएगा आएगा
सोनू किया है जिसने विश्वाश साँवरे का
उसको हुआ है हरपल एहसास साँवरे का
उस प्रेमी ने कभी भी तन्हा ना खुद को पाया
उस प्रेमी ने कभी भी तन्हा ना खुद को पाया
बस दिल से है पुकारा और श्याम दौड़ा आया
आएगा आएगा आएगा आएगा
आएगा खाटू वाला आएगा