साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,
आता जो भी धाम तेरे जाता नहीं खाली है,
साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,
श्रद्धा सबुरी का ज्ञान जो तूने सिखाया है,
हर संकट मिट जाते जिस ने अपनाया है,
जीवन उजरिया करे कटी रात जो काली है,
साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,
तेरी नजर में इक है सब सब धर्मो का तू है रब,
हिन्दू मुश्लिम सब तेरे सब का मालिक तू,
जीवन के बगियाँ का तू ही इक माली है,
साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,
साई जगत बिबस इक तू हर पल तेरा नाम जपु,
बस यही सपना है तेरे चरणों में मैं रहु
साई नाथ तेरे आये हम बन के सवाली है,
साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,
बिखरे है शब्द मेरे स्वीकार तो कर लेना,
नादान हु मैं साई मेरी भूल छमा करना,
जैसा भी है बाल तेरा मैंने आस लगाई है,
साई नाथ तेरी महिमा सारे जग से निराली है,