श्याम तुझसे हमारी अर्जी है,
कभी हम से ख़फ़ा नहीं होना,
श्याम तुझसे हमारी अर्जी है,
हम है इंसान सँवारे सुनले,
गलती इंसान की तो फितरत है,
हम तो है अज्ञानता के घेरे में,
भूल अज्ञानता की फितरत है,
आप तो ज्ञान के समन्दर है,
आप अपने से तोल मत लेना,
बाबा तुझसे हमारी अर्जी है,
प्रेम तुम से किया प्रभु हमने,
प्रेम की रीत पे नहीं जाने,
जिंदगी आप बिन जरुरी है,
हम तो जाने बस यही जाने,
आपका प्यार दिल की धड़कन है,
दिल से धड़कन को मत जुदा करना
श्याम तुझसे हमारी अर्जी है,
रूप ऐसा वसा है नैनो में,और कुछ अब नजर नहीं आता
ध्यान हम को तो बस तुमहरा है,
मन मेरा भी गीत तेरे गाता,
नंदू तेरा प्रभु दीवाना है,
इस दीवाने की अर्जु सुनना,
श्याम तुझसे हमारी अर्जी है,