बाबा मैं हर जन्म तेरा ही दास बनू,
तेरी चोकठ की सेवा बाबा दिन रात करू,
बाबा मैं हर जन्म तेरा ही दास बनू....
हर हारा हुआ प्राणी जब तुझको पुकारेगा,
फिर उनको जिताने को तू दोडा आएगा,
ना छाले पड़े तुझको पैरो की जुती बनू,
बाबा मैं हर जन्म तेरा ही दास बनू.....
बाबा जब सज धज कर नीले पे विराजेगा,
दरबार में हर प्रेमी तब तुझको निहारेगा,
पसंद जो तुझको मैं वो पोशाक बनू,
बाबा मैं हर जन्म तेरा ही दास बनू.....
हर सांझ सवेरे मैं तुझे भोग लगाउगा,
अगर थक जाएगा तू तेरे चरण दबाउगा,
चलाए सतीश को मैं वैसे ही चलू,
बाबा मैं हर जन्म तेरा ही दास बनू....