फागण का मेला है और चढ़ी खुमारी है,
बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है,
हाथो में निशान लेकर रंग और गुलाल लेकर,
खाटू के राजा को रंगे दुनिया सारी है,
बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है,
हम धूम मचाएंगे श्री श्याम रिजाएगे,
लाखो को तार दिया ये लखदातारी है,
बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है,
सेठो का सेठ बाबा जग तारण हारी है,
जो सब को देता है मेरी उन संग यारी है,
बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है,
कितनो को पार किया कितनो को तार दियां
कह देना राषिक जा कर अब गोरी की वारि है,
बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है,