ओ संवारे जग के सहारे छुट जाये रूठ जाये लोग हम से क्या हुआ,
मेरा सहारा है तू
दुनिया है एक छलावा है पग पग यहाँ दिखावा है,
कैसे चिंता अब मुझको सिर पे तेरा साया है,
बंधन ये सारे टूट जाए साथ छुट जाए साथ सबका क्या हुआ,
साथी हमारा है तू....
तुमने दिया है सब मुझको मेने दिया है क्या तुझको,
एसा कर्ज चड़ा मुझपे कैसे चुकाऊ गा मैं इसको,
बीच ववर में नाव मेरी है तेरे ही सहारे संवारे,
केवन्हारा है तू.....
जब से कन्हिया तू मिला है जग से कोई भी न गिला है,
तेरे मेरे प्यार का बस चलता रहे सिलसला,
प्राणों से प्यारा सारे जग से तू न्यारा श्याम कहता है यही,
मेरा गुजरा है तू.....