खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,
दर पे रौनक हो रही से,
खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,
दूर दूर से आवे यात्री तेरे दर्शन को मेरे बाबा,
तेरे दर्शन को मेरे बाबा धकम धका हो रही से
खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,
तेरे दर की रौनक देखि ख़ुशी हुई मन में भारी,
मंदिर के दरवाजे ऊपर बिजली चम चम हो रही से,
खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,
ग्यारस की सब रात जाग के खीर चूरमा त्यार करे,
उखड और मुसड़ में देखो गूथम गुथा हो रही से,
खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,
श्याम सूंदर तेरी टेर लगाया सब भगता ने मेहर करो,
मंदिर ने अब छोड़ के आजा झांकी तेरी हो रही से,
खाटू वाले श्याम धनि तेरे दर पे रौनक हो रही से,