निगाहें फेर क्यू बैठे मेरा तो और ना कोई,
तुम्हारे लाखो दीवाने मेरा तो और ना कोई॥
मैं रह भी पाऊगा कैसे, हुए जो दूर तुम मुझसे,
इशारा तो करो कोई, खता क्या हो गई मुझसे,
कहुँ दिल की बता किससे, मेरा तो और ना कोई,
निगाहें फेर क्यू बैठे मेरा तो और ना कोई॥
अगर तुम मुस्कुराते हो, तो मैं भी मुस्कुराता हु,
मधुर बंशी बजाते हो, तो मैं भी गुनगुनाता हु,
हँसाते हो मैं हँसता हु, मेरा तो और ना कोई,
निगाहें फेर क्यू बैठे मेरा तो और ना कोई॥
तुम्हारे ही भरोसे तो, मेरी ये जिंदगानी है,
मेरी तो प्रीत बस तुमसे, तुम्ही को ही निभानी है,
रुलाए क्यू मुझे लहरी, मेरा तो और ना कोई,
निगाहें फेर क्यू बैठे मेरा तो और ना कोई,
तुम्हारे लाखो दीवाने मेरा तो और ना कोई,
निगाहें फेर क्यू बैठे मेरा तो और ना कोई...........