अरे उड़े रे ध्वजा देखो राजा राम की,
मैंने ओड़ी रे चुनर देखो राम नाम की,
हर हिन्दू है याहा राम दीवाना,
इस नाम पे जीना हम को मर जाना,
बिना राम के जिंदगानी है नहीं रे काम की,
मैंने ओड़ी रे चुनर देखो राम नाम की,
बिपतलु सात शवेत अखण्डा,
काळीतूभी और हाथ में डंडा,
गांव शहर में लागे शाखा देखो सुबह श्याम की
मैंने ओड़ी रे चुनर देखो राम नाम की,
बजरंग दल का भगवा लहराया,
ये रंग सभी के मन को है भाया,
दिल की पूरी हुई तमना आज बे नाम की,
मैंने ओड़ी रे चुनर देखो राम नाम की,