आये है श्याम तेरे दर पे मोरछडी लेहरादो
तूने प्रेम की बाँधी डोर है,हम प्रेमी है पागल तुम्हारे,
चले आते खिचे हम तो तू करता है जब जब इशारे ,
थोड़ी सी प्रेम की परिभाषा हम को बी सिख्लादों,
आये है श्याम तेरे दर पे मोरछडी लेहरादो
हम तो बाबा मुश्किलों में याद करते तुझे हम बुलाते,
आते हो तुम मोरछड़ी को अपने भगतो के सिर पे घुमाते,
आज तो बाबा मोरछड़ी की सखलाई दिख ला दो,
आये है श्याम तेरे दर पे मोरछडी लेहरादो
मोरछड़ी की एसी माया सारे संकट हमारे मिटाए,
वारे न्यारे हो जाता है जिनके सिर पे जे फिर जाए
चोखानी सिर को जुकाए बेठा बेठा झाड़ा तो लगवा दो,
आये है श्याम तेरे दर पे मोरछडी लेहरादो