सुन इंसान रे विधि का विधान रे,
दो दिन की जान रे,
सच है ये मान रे जो आएगा वो जायेगा,
छोड़ कर ना शरारत तू बात मान ले
ये है रे अकारत तू बात मान ले,
बड़ी मुश्किल से मानव तन पाया तूने,
कर ले प्रभु की इबादत प्रभु की बात मान ले,
होजा सावधान रे ले राम नाम रे,
यही साथ जाएगा मत कर अभिमान रे,
जो आएगा वो जाएगा
सारे धर्मो का बंदे ये सन्देश है,
ग्यानी ध्यानी की वाणी का ये उपदेश है,
प्रेम भाव से रहना तू अब सीख ले,
मिल सके गाना तुझे बेश है
ना अतीत मान रे ना वविश जान रे,
तेरे हाथ में है तेरा वर्तमान रे,
जो आएगा वो जाएगा
झूठी दोलत पे अपनी क्यों मगरूर है,
होता इंसानियत से क्यों तू दूर है,
चेहरा शेतान का तेरे मन में वसा,
तूने देखा न रब का अजब नूर है,
छोड़ आन बाण रे छोड़ अपनी शान रे,
बाली ठाकरे सुनाये एजाज का व्यान रे,
जो आएगा वो जाएगा