सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे,
कुछ लेके जायेगे कुछ देके जायेगे
ये मेला दो घडी का दो दिनों की ये बहार,
समय की बेहती धार कहती जाती है पुकार,
मेहमान कब रुके है कैसे रोके जायेगे,
सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे,
कुछ लेके जायेगे कुछ देके जायेगे
मिलो तो मिलो प्यार से बोलो तुम इक वार
हमारे बगभाग हुए तुम से मुलाक़ात,
मिलेगा कुछ तो दिल याहा टूट जायेगे,
कुछ लेके जायेगे कुछ देके जायेगे
सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे,
निशानी कोई प्यार की तो छोड़ जायेगे,
कहानी कोई प्यार की तो जोड़ जायेगे,
बनेगे किसी के किसी के होके जायेगे
कुछ लेके जायेगे कुछ देके जायेगे
सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे,