मेहर करो न देर करो मेरे पौनहारी जी,
दुःख बड़े ने बूहे आन खड़े ने सूखा वाली सवेर करो मेरे पौणाहारी जी,
मेहर करो न देर करो मेरे पौनहारी जी,
चेत महीना आ गया न तेरे दर्शन होये.
राह सुने पाये तेरी गुफा दे तक़ नैन भी रोये
दर सद ले जोगियां रूह तेरी हो गैया
सद ले जोगियां तेरी हो गई हूँ रौनक बाबा फेर करो मेरे पौनहारी जी,
मेहर करो न देर करो मेरे पौनहारी जी,