जो बना दोगे बन जाएंगे जहा भेजो चले जाएंगे,
तन मन से तुम्हारे रहेंगे कुछ कहेंगे तो तुम से कहंगे,
जो सहो ख़ुशी से सहे गे प्रेम सरिता में तेरी बनेगे,
चाहे नीर रहे चाहे न्यारे रहे हम तो तेरे ही गुण गायगे,
जो बना दोगे बन जाएंगे जहा भेजो चले जाएंगे,
मेरी डोरी है तुम्हारे कर में नाथ जंगल में रखलो या घर में,
फूटी काले अठवा डगर में,
नाथ रखना अपनी नजर में जिस देश में रहे गे जिस बेस में रहगे,
हम तो तेरे ही कहलायेगे,
जो बना दोगे बन जाएंगे जहा भेजो चले जाएंगे,
तन मन से तुम्हारे रहेंगे कुछ कहेगे तो तुमसे कहेगे,
जो सहो ख़ुशी से सहे गे प्रेम सरिता में तेरी बनेगे,
चाहे नीर रहे चाहे न्यारे रहे हम तो तेरे ही गुण गायगे,
जो बना दोगे बन जाएंगे जहा भेजो चले जाएंगे,