हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये
हस्ते हसाते हुए जीवन गुजारिये,
हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये
सुख दुःख आये जाए पर समय नहीं रुक पाए,
शाम के बाद सवेरा फिर नई राह दिखाए
सच को स्वीकारिये प्रभु न विसारिये,
हस्ते हसाते हुए जीवन गुजारिये,
हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये
जितनी मिले सफलता लेकिन कभी एहम न करना,
असफलता कभी मिले तो प्रभु के प्रति वेहम न करना,
रिश्ते सवारिये प्रभु न विसारिये,
हस्ते हसाते हुए जीवन गुजारिये,
हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये
न चोट किसकी को पोंछे न दिल तू किसी का दिखाना,
जो हारा हुआ है मोहित उसका तू साथ निभाना,
नियत सुधारिये प्रभु न विसारिये,
हस्ते हसाते हुए जीवन गुजारिये,
हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये