मेरा श्याम है माखन चोर तक थैया थैया,
सारे ब्रिज में मचा के छोर करे ता ता थैया
राधा भी है संग रुक्मण भी है संग मीरा भी तेरे कन्हैया,
मेरा श्याम है माखन चोर तक थैया थैया,
तू बाबा कितना सूंदर है तेरे रूप में सब कुछ अर्पण है,
तेरे इत्र से तेरे गजरे से मेहका मेहका ये आंगन है,
भगतो के सवालों का जवाब बन कर आया तू सांवरियां,
मेरा श्याम है माखन चोर तक थैया थैया,
ग्यारस की रात आई है भगतो को संग में लाइ है,
कीर्तन की ताली से गूंजा महफ़िल में ये खुशहाली है
अपना बना के दिल में बसा के ले चल खाटू नगरियां,
मेरा श्याम है माखन चोर तक थैया थैया,