तुम्ही राम मेरे कन्हिया तुम्ही हो,
जीवन की नैया के खिवैयाँ तुम्ही हो,
जिधर देखता हु नजर तुम्ही आते
सभी भक्त प्रेम से तेरे गीत गाते,
शब्दों की माला के रचईया तुम्ही हो
जीवन की नैया के खिवैयाँ तुम्ही हो,
ना जानू मैं भगती नही जानू पूजा
तेरे सिवा मेरे बाबा नही कोई दूजा
नसीबो के मेरे रखियां तुम ही हो
जीवन की नैया के खिवैयाँ तुम्ही हो,