मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां
जब श्यामघनी ने फेरी रहमत की नजरियाँ
मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां
बदल दियां है जीवन मेरा बाबा ल्ख्दातारी ने
लगा लियां अपनी सेवा में कलयुग के अवतारी ने
अपनी करुना से भर दीनी जीवन की गगरियाँ
मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां
हार गया जब इस दुनिया से श्याम से अर्ज लगाई थी
डग मग नैया डोल रही भवर बीच लहराई थी
आ जीवन नही बचा श्याम ने प्रेम की नगरियाँ
मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां
सारे रिश्ते नाते देखे अब दुनिया की चाह नही
सचा साथी श्याम मिला है अब कोई परवाह नही
बाँध के घुंगरू छम छम नाचू ओड के प्रेम चुनरियाँ
मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां
भक्त और भगवान का रिश्ता जन्म जन्म तक टूटे ना
कृष्ण प्राणतन से छुटे पर प्रेम का बंधन टूटे न
दीना नाथ दया के सागर
अब तो लेलो खबरियां
मेहक उठा है जीवन जब से मिल गए सेठ सांवरियां