मेरे सांवरियां गिरधारी ये कटते नही दिन रात
आजा करले बेठ के अपने दिल की बात
तुझ बिन जीवन सुना है छाया जैसे अंधियारा हो
भटक रहे है गम की धुप में जैसे बेसरा हो
तू आकर देदे बाबा मेरे हाथो में हाथ
आजा करले बेठ के अपने दिल की बात
हरपल तेरा साथ ही मांगे ना मांगे धन डोलत जी
मोह मया के जीवन में मांगे दो पल की मोहलत जी
मेरे अंध्यारे जीवन में करो किरपा की बरसात
आजा करले बेठ के अपने दिल की बात
दास विन्याक है सांवरियां चरणों का तेरे चाकर जी
मुझको जन्नत मिल जायेगी दर्शन तेरे पा कर जी
मुझको भी मोका देदो मैं सेवा करू दिन रात
आजा करले बेठ के अपने दिल की बात