अपने भगतो की सुन के पुकार,
ओ मेरे भोले दर्शन देदो इक बार,
हे मेरे भोले दर्शन देदो इक बार
करदो हम पे भी थोडा उपकार,
हो डमरू वाले दर्शन देदो इक बार
कावड में लेके जल तुझको चड़ाया जिसने है माँगा वो सब कुछ पाया,
वेळ की पाती मेरे शंकर को भाई
मैं भी खड़ा हु अपना शीश जुकाए,
करलो विनती मेरी सवीकार,
अपने भगतो की सुन के पुकार,
भाव के भूखे वो क्या भोग लगाऊ,
श्रधा से भोले बस तेरा ही गुन गाऊ,
तू ही विनाश्यक तू जन्म दाता,
मांगना तुझसे अवि तक न आता,
चरणों में तेरे मेरा संसार,
अपने भगतो की सुन के पुकार,