धुनः: जो राम को लाये हैं....
जो श्याम के प्रेमी हैं वो खाटू जाते हैं,
बाबा भी बढ़-कर के उन्हें गले लगाते हैं,
जो श्याम के प्रेमी हैं....
खाटू की गलियों में दीवाने बाबा के,
मस्ती में झूमते हैं जैकार लगाते हैं,
जो श्याम बाबा की चौखट पर भी झुक जाता है,
उसके सर पे बाबा हाथों को फिराते हैं,
जो श्याम के प्रेमी हैं....
जो श्याम बाबा की चौखट पर ज़न्नत का नज़ारा है,
जो जाते हैं खाटू मस्ती लूट के आते हैं,
जो श्याम चौखानी दीवाना है बाबा की भक्ति में,
बाबा भी भक्तों के आशिक़ बन जाते हैं,
जो श्याम के प्रेमी हैं....