राम सहारा है तेरा और सहारा कोई नही
बनी बनी के सब कोई साथी,बिगड़ी का कोई मीत नही
रुकना तेरा काम नही है , दम लेना तेरी शान नही
बढ़ता ही चल मंजिल अपनी है, मंजिल तुम से दूर नही
चमकेगा सितारा तेरा ही, अब इसमें कोई देर नही
देर न कर एक पल की पगले, ये पल फिर ना आयेगा
बीत गया सो बीत गया है, वो पल ना फिर आयेगा
ये सोच समझ जीवन तेरा कुछ काम न तेरे आयेगा
अपने आप को भूल गए है, ठोकर खा कर सम्भल गये
बहक गये है कदम जो उनके, वक्त गमाकर अटक गये
न वो आगे गये ना वो पीछे गये, बस बिच भँवर में अटक गये