तेरे जैसा न कोई महान मैया,
तू ही करती है सब का कल्याण मैया
तेरे जैसा न कोई महान मैया
नो रूपा हे मात भवान तू ही जग कल्याणी
रन चंडी काली कत्यानी तू मेहर की रानी
कोई तुम सा न करुना निधान मैया
तेरे जैसा न कोई महान मैया
शंख चकर और गधा लिए सिंह पे सोहे आसन,
उचे पर्वत पर बेठी माँ सब पर करती साशन,
तेरी सब से निराली है शान मैया
तेरे जैसा न कोई महान मैया
सुर नर मुनि सब के संकट में तुम ही सहारा,
असुरो के संताप से तूने श्रृष्टि को उभारा
दुनिया करती है तेरा गुणगान मैया
तेरे जैसा न कोई महान मैया