अवधपुर ले चल रे सजना
यहाँ सजी है दीप मालकी हर पथ घर अंगना
अवधपुर ले चल रे सजना
याहा निरंतर सिया राम की हर पल है अटना,
प्रानन प्यारे सिया राम के दर्शन है करना
अवधपुर ले चल रे सजना
याहा शिगर ही भव्य मनोरम मंदिर है बन ना
सेवत पवित्र चरित सुन सुन कर शरण वही गेहना,
अवधपुर ले चल रे सजना