गमे जिन्दगी फूल बन कर खिले गी
कभी माँ के द्वारे पे आकर तो देखो
तेरे दर्द गम सारे पल में मिटेंगे
कभी दर्द गम तुम सुना कर तो देखो
बिगड़ा मुकदर बनाती है मैया
रोते हुए को हसाती है मैया
मेरी माँ के दर पे सब कुछ मिलेगा
कभी अपनी झोली फैला कर तो देखो
बिछड़े हुयो को मिलाती है मैया
डूबे हुयो को बचाती है मैया
नही इस के जैसा दयालु जहां में,
कभी सचे दिल से बुला कर तो देखो
कभी माँ के दर पर आ के तो देखो