मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और,
ना और दिखे न छोर मुझको खीचे अपनी और
नैन मिला के हार गई मैं उसपे ही दिल वार गई मैं
मेरा दिल पे राहा न जोर
मुझको खीचे अपनी और
सूरत उसकी गजब सलोनी
दिल को लगती ये मन मोनी,
मैं चंदा श्याम चकोर
मुझको खीचे अपनी और
बिन फेरो के जन्म जन्म तक शन रहूगी अंतिम शन तक
मैं मोरनी वो मेरा मोर
मुझको खीचे अपनी और