तेरे बगैर सांवरे मेरा कोई नहीं
तू भी जो आंख फेर ले क्या फिर वो जिंदगी
मंजिल ना कोई मिल रही , ना ही रास्ता
आ जाओ दीनानाथ है , दीनो का वास्ता
तेरा द्वार सांवरे मेरी उम्मीद आखिरी
तुझसे छुपी नहीं मेरी , जीवन की दास्ताँ
कही हार जाए ना तेरा , सेवक उड़ीकता
नज़रे महर की करदो ना हम पर भी तो कभी
सुन के पुकारे दास की , श्री श्याम आ गए
मुश्किल को कामयाबी की , चाबी बता गए
(गोलू) जो है तपा नहीं चमका वो फिर नहीं