ये तो करम है तेरा,के हम जी रहे है,
भगती का जाम रात दिन हम तो पी रहे है,
ये तो करम है तेरा....
दुनिया की अनदियो ने गुलसन मेरा उजड़ा॥
चोकथ को तेरी पा कर आराम कर रहे है,
ये तो करम है तेरा.........
अनमोल धन है पाया अपना तुम्हे बनाया॥
अब तेरी ही किरपा से सब कम हो रहे है,
ये तो करम है तेरा....
पतवार भी है तेरी मजधार भी है तेरी ॥
जीवन की नाव लेकर भावपार कर रहे है,
ये तो करम है तेरा......